1 जुलाई से पूरे देश में तीन नए कानून (BNS)(BNSS)(BSA)
पीएम मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम
आज से फिर शुरू होगा
पीएम मोदी आज वेंकैया नायडू के
जीवन और यात्रा पर तीन पुस्तकों का विमोचन करेंगे
घायल श्रीलंकाई भाड़े के सैनिक
रूस से लौटने को तैयार नहीं, रूसी नागरिकता लेंगे
विराट कोहली के बाद कप्तान रोहित
शर्मा ने भी किया टी20 से संन्यास का ऐलान
टी20 विश्व कप में भारत की जीत
के बाद देशभर में जश्न, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने दी बधाई
रवि अग्रवाल को
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड का
चेयरमैन नियुक्त
किया गया
छत्तीसगढ़: बीजापुर में
12 नक्सलियों ने किया सरेंडर
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र
द्विवेदी कल
भारतीय सेना
प्रमुख का
पदभार संभालेंगे
15 दिन या एक
महीने पहले
क्यों नहीं
गिरा कोई
पुल? ये
सरकार को
बदनाम करने
की कोशिश-
जीतनराम मांझी
भारी बारिश के
बावजूद दिल्ली
मेट्रो ने
शुक्रवार को
69 लाख से
अधिक यात्रियों
की यात्रा
का रिकॉर्ड
बनाया
नॉर्थ वेस्ट और
नॉर्थ ईस्ट
भारत में
अगले पांच
दिन भारी
बारिश का
अलर्ट
दिल्ली की राउज
एवेन्यू कोर्ट
ने CBI मामले
में अरविंद
केजरीवाल को
14 दिन की
न्यायिक हिरासत
में भेजा
संजय झा बनाए
गए JDU के
कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष
लखनऊ: 14 जुलाई को
होगी यूपी
BJP कार्यसमिति की बैठक, जेपी नड्डा
होंगे शामिल
2025 का बिहार चुनाव
नीतीश के
नेतृत्व में
लड़ेगा NDA: जेडीयू नेता केसी त्यागी
तमिलनाडु: विरुधुनगर के
सत्तूर में
पटाखा फैक्ट्री
में ब्लास्ट,
4 लोगों के
मरने की
आशंका
हार्दिक-बुमराह और
अर्शदीप ने
द. अफ्रीका
के जबड़े
से छीनी
जीत, 30 गेंद
में नहीं
बनाने दिए
30 रन. फाइनल
में भारत
की बैटिंग
और बॉलिंग,
दोनों में
एक वक्त
ऐसा आया
था जब
लगा कि
मैच भारत
के हाथ
से निकल
जाएगा। हालांकि,
भारत ने
11 साल के
आईसीसी ट्रॉफी
के सूखे
को खत्म
करते हुए
दक्षिण अफ्रीका
को बेहद
रोमांचक मैच
में सात
रन से
हराकर टी20
विश्व कप
जीत लिया।
पिछले साल
19 नवंबर को
अहमदाबाद में
अधूरा रहा
सपना आखिरकार
वेस्टइंडीज में पूरा हुआ तो
रोहित शर्मा
की टीम
के साथ
टीवी के
आगे नजरें
गड़ाए बैठे
भारतीय क्रिकेटप्रेमियों
की आंखों
में आंसू
आ गए।
भारत ने
17 साल बाद
टी20 विश्व
कप का
खिताब जीता
है। जीत
के नायक
रहे विराट
कोहली और
रोहित शर्मा
ने टी20
विश्व कप
ट्रॉफी जीत
के साथ
ही टी20
क्रिकेट को
अलविदा भी
कह दिया।
भारत ने
2007 में पहला
टी20 विश्व
कप जीता
था और
आखिरी आईसीसी
खिताब 2013 में महेंद्र सिंह धोनी
की अगुआई
में दक्षिण
अफ्रीका में
चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी । पिछले साल
भारत में
वनडे विश्व
कप फाइनल
में टीम
आस्ट्रेलिया से हार गई थी।
हालांकि, इस
फाइनल में
टीम इंडिया
ने कोई
चूक नहीं
की। हालांकि,
फाइनल में
भारत की
बैटिंग और
बॉलिंग, दोनों
में एक
वक्त ऐसा
आया था
जब लगा
कि मैच
भारत के
हाथ से
निकल जाएगा।
भारत ने
पहले बल्लेबाजी
करते हुए
34 रन पर
तीन विकेट
गंवा दिए
थे। हालांकि,
इसके बाद
विराट कोहली
(76) ने अक्षर
पटेल (47) और शिवम दुबे के
साथ गजब
की बल्लेबाजी
की। विराट
ने अक्षर
के साथ
72 रन और
शिवम के
साथ 57 रन
की साझेदारी
निभाई और
टीम इंडिया
को चैंपियन
बनने में
मदद की।
ऐसा ही
गेंदबाजी के
समय हुआ
था, जब
हेनरिक क्लासेन
ने अपनी
तूफानी बल्लेबाजी
से मैच
को दक्षिण
अफ्रीका के
पाले में
डाल ही
दिया था।
तभी हार्दिक
पांड्या, जसप्रीत
बुमराह और
अर्शदीप सिंह
ने कमाल
की गेंदबाजी
की दक्षिण
अफ्रीका के
जबड़े से
जीत छीन
ली। दरअसल, 14 ओवर में दक्षिण अफ्रीका
ने चार
विकेट पर
123 रन बना
लिए थे।
15वें ओवर
में कप्तान
रोहित ने
अक्षर पटेल
को गेंद
सौंपी। इस
ओवर में
क्लासेन ने
चौके से
शुरुआत की
और कुल
दो चौके
और दो
छक्के लगाते
हुए 24 रन
बटोरे। 15 ओवर के बाद दक्षिण
अफ्रीका का
स्कोर चार
विकेट पर
147 रन बना
लिए थे।
हर फैंस
इस वक्त
कप्तान रोहित
के अक्षर
को गेंदबाजी
देने को
कोस रहा
था। तब
क्लासेन 22 गेंद में 49 रन और
डेविड मिलर
14 रन बनाकर
क्रीज पर
थे। यही
वो पल
था जहां
से मैच
बदल गया।
दक्षिण अफ्रीका को आखिरी
30 गेंद में
30 रन की
जरूरत थी।
15वें ओवर
में बुमराह
गेंदबाजी के
लिए आए
और चार
रन देकर
दबाव बनाया।
इसका फायदा
अगले ओवर
में हार्दिक
को मिला।
आखिरी 24 गेंद
में दक्षिण
अफ्रीका को
26 रन की
जरूरत थी।
17वें ओवर में हार्दिक ने
पहली ही
गेंद पर
क्लासेन को
पंत के
हाथों कैच
कराकर पवेलियन
भेजा। क्लासेन
27 गेंद में
52 रन की
तूफानी पारी
खेलकर आउट
हुए। इस
ओवर में
हार्दिक ने
सिर्फ चार
रन खर्च
किए और
क्लासेन का
विकेट लिया।
क्लासेन के
आउट होने
पर मिलर
और यानसेन
क्रीज पर
थे। आखिरी 18 गेंद में दक्षिण अफ्रीका
को 22 रन
की जरूरत
थी। 18वें
ओवर में
बुमराह गेंदबाजी
के लिए
आए और
उन्होंने ओवर
की चौथी
गेंद पर
यानसेन को
पवेलियन भेजा।
इस ओवर
में बुमराह
ने सिर्फ
दो रन
दिए। आखिरी
12 गेंद पर
दक्षिण अफ्रीका
को 20 रन
चाहिए थे।
मिलर और
केशव महाराज
क्रीज पर
थे। 19वें
ओवर में
अर्शदीप सिंह
गेंदबाजी के
लिए आए।
ऐसा कहा
जाता है
कि चेज
में कोई
भी बल्लेबाज
19वें ओवर
में अटैक
करता है।
हालांकि, अर्शदीप
ने चुनौती
स्वीकार की
और सिर्फ
चार रन
खर्च किए।
अब सारा
दारोमदार हार्दिक
पांड्या पर
था। आखिरी
ओवर में
उन्हें 16 रन बचाने थे। हार्दिक
ने फैंस
को निराश
नहीं किया
और पहली
ही गेंद
पर मिलर
को सूर्यकुमार
के हाथों
कैच कराया।
मिलर 21 रन
बना सके।
दूसरी गेंद
पर रबाडा
ने चार
रन बटोरे।
तीसरी गेंद
पर रबाडा
ने एक
रन लिया।
चौथी गेंद
पर महाराज
ने एक
रन लिया।
इसकी अगली
गेंद वाइड
रही। पांचवीं
गेंद पर
हार्दिक ने
रबाडा को
आउट किया।
आखिरी गेंद
पर एक
रन आया
और भारत
ने सात
रन से
जीत हासिल
की। मैच
जीतते ही
हार्दिक घुटने
के बल
बैठ गए
और रोने
लगे। कुछ
महीने पहले
तक हार्दिक
को काफी
आलोचना मिल
रही थी
और मुंबई
इंडियंस का
कप्तान बनने
पर उन्हें
आलोचना मिल
रही थी।
वहीं, इस
मैच को
जिताकर वह
नेशनल हीरो
बन गए।
कप्तान रोहित
ने खुद
आकर हार्दिक
को चूमा
और उनका
आभार जताया।
आखिरी 30 गेंद
में दक्षिण
अफ्रीका की
टीम 30 रन
नहीं बना
सकी और
चोक कर
गई। 20 ओवर
के बाद
दक्षिण अफ्रीका
का स्कोर
आठ विकेट
पर 169 रन
था और
भारतीय टीम
ने इस
मैच को
सात रन
से जीता।
बारबाडोस में टीम
इंडिया के
कोच राहुल
द्रविड़ ने
भारत के
दूसरी बार
टी20 वर्ल्ड
कप जीतने
पर कहा,
“मेरे पास
कहने के
लिए शब्द
नहीं हैं,
मैं इस
टीम पर
जितना गर्व
कर सकता
हूं, उतना
कम है…
शुरुआती ओवर
में 3 विकेट
खोना और
30 गेंदें शेष रहते हुए हम
जिस स्थिति
में थे,
उसके बावजूद
लड़कों ने
संघर्ष करना
जारी रखा
और अपना
विश्वास बनाए
रखा. मुझे
लगता है
कि यह
उनके लिए
बहुत बड़ा
श्रेय है…
यह मेरे
लिए जीवन
भर की
याद है
इसलिए मैं
टीम और
सहयोगी स्टाफ
का बहुत
आभारी हूं
जिन्होंने इसे संभव बनाया.”
अमेरिका के न्यू
यॉर्क में
पुलिस अधिकारी
ने 13 साल
के एक
लड़के की
गोली मारकर
हत्या कर
दी. पुलिस
के अनुसार,
शुक्रवार रात
को पैदल
पीछा करने
के बाद
यूटिका में
एक पुलिस
अधिकारी ने
लड़के को
गोली मारकर
हत्या कर
दी. पुलिस
का कहना
है कि
यूटिका पुलिस
विभाग के
अधिकारियों ने रात करीब 10:18 बजे
मृतक लड़के
समेत 2 लड़कों
को रोका.
पुलिस ने
कहा कि
उन्हें रोके
जाने के
बाद, 13 साल
लड़का भाग
गया और
उसने "एक हैंडगन जैसी चीज"
दिखाई. पुलिस
अधिकारी के
अनुसार, बाद
में पता
चला कि
यह हैंडगन
एक पेलेट
गन की
प्रतिकृति थी.
रेल मंत्री अश्विनी
वैष्णव ने
बताया कि
भगवान जगन्नाथ
की रथयात्रा
के लिए
रेलवे की
ओर से
विशेष इंतजाम
किए जा
रहे हैं.
315 विशेष ट्रेनें होंगी. 15,000 लोगों के
लिए होल्डिंग
एरिया बनाया
जा रहा
है. शौचालय
परिसर भी
स्थापित किया
जा रहा
है.
फूड बास्केट ऑफ
इंडिया के
तौर पर
देश-दुनिया
में उत्तर
प्रदेश की
पहचान को
प्रशस्त कर
रही योगी
सरकार अब
प्रदेश के
किसानों की
फसलों की
सुरक्षा को
लेकर एक
नया कदम
उठाने जा
रही है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के
अंतर्गत अब
प्रदेश में
यील्ड एस्टिमेशन
सिस्टम बेस्ड
ऑन टेक्नोलॉजी
(यस-टेक)
को लागू
करने की
प्रक्रिया शुरू करने जा रही
है. इस
प्रक्रिया के साथ ही रिस्ट्रक्चर्ड
वेदर बेस्ड
क्रॉप इंश्योरेंस
स्कीम (आरडब्ल्यूबीसीआईएस)
के अंतर्गत
फसलों की
मॉनिटरिंग और रखरखाव की प्रक्रिया
को दुरुस्त
करने की
दिशा में
भी योगी
सरकार ने
कदम बढ़ा
दिए हैं.प्रदेश की
फसलों को
मौसमी आपदाओं
से बचाने,
किसानों को
फसलों का
बीमा उपलब्ध
कराने और
ग्राम पंचायत
स्तर पर
फसलों के
निरीक्षण की
प्रक्रिया को और अच्छा बनाने
के लिए
योगी सरकार
की ओर
से एक
विस्तृत कार्ययोजना
तैयार की
गई थी.
अब इसी
कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए
कृषि विभाग
ने प्रदेश
में यस
टेक को
लागू करने
के लिए
टेक्नोलॉजी इंप्लिमेंटेशन पार्टनर (टीआईपी) की
नियुक्ति की
प्रक्रिया शुरू कर दी है.
कृषि विभाग
ने प्रदेश
के 75 जिलों
में रबी
और खरीफ
सीजन की
फसलों से
संबंधित आंकड़ों
के संकलन
को लेकर
इस प्रक्रिया
की शुरुआत
की है. यस-टेक प्रक्रिया
के जरिए
आरडब्ल्यूबीसीआईएस को लागू
करने में
मुख्यतः गेहूं
और धान
की फसलों
पर फिलहाल
फोकस किया
जा रहा
है. इस
दौरान वर्ष
2023-24, 2024-25 और वर्ष 2025-26 के
आंकड़ों का
संकलन किया
जाएगा. इन
आंकड़ों को
यस टेक
मैनुअल-2023 के आधार पर संकलित
किया जाएगा.
मॉड्यूल के
विकास के
बाद अन्य
बीमित फसलों
को भी
इससे जोड़ा
जा सकता
है. प्रक्रिया
के अंतर्गत
कुल 5 सीजन
के असेसमेंट
पीरियड के
हिसाब से
रिपोर्ट को
तैयार किया
जाएगा, जिसमें
मिड सीजन
रिपोर्ट (एमएसआर)
और एंड
सीजन रिपोर्ट
(ईएसआर) का
भी संकलन
किया जाएगा.
इन सभी
प्रक्रियाओं को पूरा करने के
लिए टीआईपी
द्वारा मशीन
लर्निंग और
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉड्यूल को कार्य
में लाया
जाएगा.प्रधानमंत्री
फसल बीमा
का लाभ
सभी किसानों
को मिले,
इस उद्देश्य
से सीएम
योगी की
मंशा अनुरूप
क्रियान्वित की गई योजना के
अनुसार सभी
जिलों में
फसलों को
ग्राम पंचायत
स्तर पर
बीमित करने
और किसानों
को बीमा
कवर उपलब्ध
कराने पर
जोर दिया
जा रहा
है. वहीं,
पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा
योजना के
जरिए भी
किसानों को
लाभान्वित किए जाने की प्रक्रिया
शुरू कर
दी गई
है. इस
प्रक्रिया में बीमित खरीफ फसल
के तौर
पर केला,
मिर्च और
पान और
रबी फसल
के तौर
पर टमाटर,
शिमला मिर्च,
हरी मटर
और आम
को वरीयता
दी गई
है. केले
के लिए
30 जून, मिर्च
के लिए
31 जुलाई, पान के लिए 30 जून,
टमाटर के
लिए 30 नवम्बर,
शिमला मिर्च
के लिए
30 नवम्बर, हरी मटर के लिए
30 नवम्बर तथा आम के लिए
फसलवार बीमा
कराने की
अंतिम तिथि
15 दिसम्बर निर्धारित की गई है.
1 जुलाई से होंगे
ये 5 बड़े
बदलाव, मोबाइल
रिचार्ज से
लेकर बैंक
खाते तक
होगा असर’
महीना अपने
साथ कुछ
बदलाव लेकर
आता है.
जुलाई में
भी बैंक
खाते से
लेकर क्रेडिट
कार्ड तक
के नियम
बदल जाएंगे.
इन नियमों
का असर
सीधा आम
आदमी की
जेब पर
होने वाला
है. एक
जुलाई से
अगर मोबाइल
नंबर पोर्टेबिलिटी
के नियम
बदल जाएंगे.
टेलीकॉम रेगुलेटर
TRAI ने सिम
स्वैप फ्रॉड
को रोकने
के लिए
सिम कार्ड
चोरी होने
या डैमेज
होने की
स्थिति में
लॉकिंग पीरिएड
को सात
दिन तक
बढ़ा दिया
है. मतलब
अब एक
दम आपको
सिम नहीं
मिलेगा, बल्कि
इसके लिए
सात दिन
इंतजार करना
होगा. जुलाई
में आपको
अपना मोबाइल
रिचार्ज कराने
पर ज्यादा पैसे
देने होंगे.
ऐसा इसलिए
है क्योंकि रिलायंस
जियो, वोडाफोन-आईडिया और
एयरटेल ने
अपने टैरिफ
बढा दिए
हैं. हर
महीने की
पहली तारीख
को पेट्रोलियम
कंपनियां एलपीजी
सिलेंडर और
एटीएफ की
कीमतों को
संशोधित करती
है. ऐसे
में एक
जुलाई से
गैस सिलेंडर
पर आपको
राहत भी
मिल सकती
है. 1 जुलाई
से क्रेडिट
कार्ड बिल
पेमेंट के
नए नियम
लागू हो
जाएंगे. इसमें
सभी बैंकों
को क्रेडिट
कार्ड पेमेंट
भारत बिल
पेमेंट सिस्टम
के जरिए
से प्रोसेस
करना होगा.
हालांकि, बैंकों
ने अभी
तक इन
निर्देशों का पालन नहीं किया
है. अभी
तक सिर्फ
8 बैंकों ने
ही बीबीपीएस
पर बिल
पेमेंट एक्टिव
किया है.
अगर आपका
पंजाब नेशनल
बैंक में
खाता है
और उसे
आपने लंबे
समय से
यूज नहीं
किया है
तो वह
1 जुलाई से
काम नहीं
करेगा. बैंक
ने अपने
नोटिफिकेशन में कहा है कि
30 अप्रैल 2024 तक जिन खातों को
इस्तेमाल किए
हुए 3 साल
से अधिक
का वक्त
हो गया
है उस
तरह के
खाते को
बैंक अब
एक महीने
के भीतर
बंद कर
देगा. बैंक
ने ग्राहकों
को असुविधा
से बचाने
के लिए
30 जून 2024 तक की डेडलाइन तय
की है.
पूरे भारत में
तीन नए
आपराधिक कानून
(New Criminal Lawa) लागू होने वाले
हैं। एक
जुलाई से
पूरे देश
में तीन
नए कानून
(भारतीय न्याय
संहिता 2023 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता
2023 व भारतीय
साक्ष्य अधिनियम
2023) लागू हो जाएंगे। नए कानूनों
में ऐसे
कई प्रविधान
किए गए
हैं जो
न्याय की
अवधारणा को
मजबूत करते
हैं। 1 जुलाई से बन जाएगा इतिहास, क्या फिर लगाई
जा सकेंगी IPC और CrPC की धाराएं? जानें नियम.भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया
संहिता (CrPC) और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम के बदले तीन नए क्रिमिनल कानून- भारतीय
न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम
(BSA) 1 जुलाई से लागू होंगे. इसके बाद क्या ये पुराने कानून लागू होंगे?
1 जुलाई से बन जाएगा इतिहास,
क्या फिर लगाई जा सकेंगी IPC और CrPC की धाराएं? जानें नियम
ब्रिटिश काल से देश में लागू
तीन आपराधिक कानून एक जुलाई से इतिहास बन जाएंगे. नए मुकदमे और प्रक्रिया भारतीय न्याय
संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम
(बीएसए) लागू होंगे. इसके बावजूद इतिहास बन चुके कानून कुछ हफ्तों या महीनों तक उन
लोगों का पीछा नहीं छोड़ेंगे, जिनके खिलाफ अपराध एक जुलाई से पहले यानी 30 जून की रात
12 बजे से कुछ पल पहले हुआ होगा. ऐसे में मुकदमा और प्रक्रिया भारतीय दंड संहिता (आईपीसी),
दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (आईईए) के तहत लागू किए
जाएंगे.नए आपराधिक कानून लागू होने के बावजूद पुराने में मामला दर्ज होने के पीछे की
वजह यह है कि आपराधिक कानून पूर्वव्यापी (रेट्रोस्पेक्टिव) लागू नहीं होते. यह पुलिस,
प्रशासन और अदालत के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है, जब देशभर में तीन नए आपराधिक
कानून लागू हो गए हों.अगर निर्धारित एक जुलाई की तिथि से पहले कोई भी अपराध हुआ है
तो कानून लागू करने वाली सभी एजेंसियों को यह ख्याल रखना होगा कि मामला और प्रक्रिया
पुराने कानूनों के तहत चले. ऐसा नहीं होने की स्थिति में पीड़ित को अदालती प्रक्रिया
में नुकसान होगा और प्राधिकार की गलती का खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा. मसलन नए कानून
में आतंकवाद, मॉब लिंचिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले अपराधों के
लिए सजा को सख्त बनाया गया है, लेकिन घटना कानून लागू होने की तिथि से पहले की होगी
और अगर गलती से भी नए कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया तो अदालत उसे रद्द कर देगी.
पूरी प्रक्रिया फिर से निभानी होगी और पीड़ित को न्याय मिलने में बेवजह की देरी का
सामना करना पड़ेगा. जबकि तमाम लोग इसी भ्रम में होंगे कि नए कानून में इसका प्रावधान
है तो मुकदमा पुरानी घटना पर भी मुकदमा दर्ज हो जाएगा, तो यह समझ लीजे कि ऐसा बिल्कुल
नहीं होगा. अव्वल तो पुलिस मुकदमा पुराने कानून में दर्ज करेगी और गलती से नए कानून
में दर्ज कर ली तो अदालत से लेकर सर्वोच्च अदालत तक में सुनवाई के दौरान जिसने भी गौर
कर लिया कि घटना पुरानी है तो एफआईआर रद्द कर दी जाएगी. नए सिरे से एफआईआर पुराने कानून
में दर्ज होगी. आपराधिक कानून के पूर्वव्यापी नहीं होने का कारण भारतीय संविधान के
अनुच्छेद 15 पर आधारित है, जो देश के किसी भी नागरिक या देश में हुए अपराध में आरोपी
विदेशी नागरिक के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्थिति में आपराधिक कानूनों को पूर्वव्यापी
तौर पर लागू करने से रोकता है. दरअसल यह लंबे समय से मान्यता प्राप्त आपाधिक कानून
के सिद्धांतों को दर्शाता है कि घटना के समय स्थापित कानून के अलावा अन्य में आरोपी
के खिलाफ कोई प्रक्रिया नहीं चलायी जा सकती या उसे सजा नहीं दी जा सकती. यह नागरिक
और राजनीतिक अधिकारों पर अंतरराष्ट्रीय वाचा के तहत अनुच्छेद 15 में आधारित है.ऑस्ट्रेलिया
ने 1980 में इस संधि का अनुमोदन किया था. ऐसे में भारत में लागू मानवाधिकार अधिनियम
में भी इस स्थिति को स्पष्ट किया गया है. अब एक जुलाई दूर नहीं है और देशभर में राज्यों
व केंद्र शासित प्रदेशों में तीनों नए कानूनों को लागू करने पर प्रशिक्षण चल रहे हैं.
पुलिस, प्रशासन, एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों को कानून के महारथियों ने नए प्रावधानों
से भी अवगत करा दिया है और साथ में यह भी ताकिद कर दिया है कि इतिहास बन चुके कानून
अभी कुछ दिन तक अपनी मौजूदगी का अहसास कराते रहेंगे.नए कानून लागू होने के मद्देनजर
आपराधिक कानून के जानकारों ने कमर कस ली है. थाने से लेकर कचहरी तक हलचल है, क्योंकि
एफआईआर से लेकर कोर्ट के निर्णय तक की सुनवाई पूरी तरह से ऑनलाइन होगी. सात साल से
ज्यादा सजा वाले सभी क्राइम में फॉरेंसिक जांच अनिवार्य होगी. यौन उत्पीड़ के मामले
में 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट जमा करनी होगी. सवाल बस इतना है कि ढांचागत व्यवस्था के
मद्देनजर क्या हम तैयार हैं? हालांकि केंद्र सरकार पूरी तरह आश्वस्त है, तभी ताबड़तोड़
तरीके से इन कानूनों के संसद में पारित होने के बाद इन्हें एक जुलाई से लागू करने का
फैसला किया गया. कानूनविदों का मानना है कि सरकार का कदम और मंशा अच्छी है, लेकिन इतनी
बड़ी आबादी में इन्हें लागू किए जाने में कुछ शुरुआती जटिलताएं तो आएंगी. जरूरी ये
है कि लोगों को अपराध के खिलाफ समय पर न्याय मिले और अपराध करने वालों को यह अहसास
हो जाए कि नए कानून में अदालतों में मामले तय अवधि में निपटते हैं.सुप्रीम कोर्ट ने
तीनों नए कानूनों की जांच और लागू होने के बाद सही ढंग से काम करने की परख के लिए विशेषज्ञ
समिति बनाने का निर्देश देने की मांग हाल ही में खारिज कर दी थी. दरअसल याचिका में
कहा गया था कि बिन संसद में बिना बहस के पारित किए गए और उस वक्त ज्यादातर विपक्षी
सांसद निलंबित थे. याद रहे कि लोकसभा ने 21 दिसंबर, 2023 को तीनों विधेयकों को पारित
किया था. इसके बाद 25 दिसंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन विधेयकों को संस्तुति
प्रदान कर दी थी.
पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश हुई।मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, विदर्भ, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई।पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक सौराष्ट्र और कच्छ और मराठवाड़ा में हल्की बारिश हुई।अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण गुजरात, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश संभव है।दिल्ली, बिहार, सिक्किम, असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, तेलंगाना आंतरिक कर्नाटक केरल, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लद्दाख, रायलसीमा और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।
The Union Cabinet, led by PM Narendra Modi gave its approval
for the introduction of the National Research Foundation (NRF) Bill, 2023 in
the Parliament.
Rahul Gandhi’s convoy was stopped in Manipur by police and
took a chopper to Churachandanpur.
TS Singh Deo was appointed Chhattisgarh Deputy Chief
Minister by Congress chief Mallikarjun Kharge.
Ajay Banga, the Indian-American President of the World Bank
was recognised on the “Great Immigrants” list by the Carnegie Corporation of
New York.
India secured the 67th position in the World Economic
Forum’s (WEF) energy transition index.
Maharashtra’s Thane and Palghar were hit by heavy rains; 2
people were swept away in floods.
IIT Kharagpur to create a tamper-proof railway signalling
system.
Canada launched the Digital Nomad strategy to attract
skilled foreign workers, particularly in the tech sector.
The World Bank approved $700 million in aid to finance Sri
Lanka as it battles an economic crisis.
France arrested 150 people for rioting after protests
against police shooting of a teenager turned violent.
India dropped from the UNSC report on Children and Armed
Conflict.
WHO’s cancer research agency links the aspartame sweetener
used in diet coke to cancer.
Sports News for Today’s School Assembly
Rajasthan Royals set to offer Jos Buttler a lucrative
multi-year contract.
France’s highest administrative court allows the soccer
federation to ban headscarves in games.
Indian beat Iran 33-28 in Asian Kabaddi Championship to
advance to the finals.
Steve Smith scored his 32nd test century against England,
becoming the second-fastest to reach 9000 test runs.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें