गुजरात गैंगरेप मामले में दोषियों की रिहाई के खिलाफ विशेष पीठ

 

भारत में शहीद दिवस हर साल 23 मार्च को मनाया जाता है । इसी दिन बर्तानिया हुकूमत ने भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को फांसी के फंदे पर लटका दिया था । भगत सिंह को भारत की आज़ादी के बेख़ौफ़ और बहादुर क्रांतिकारी के तौर पर जाना जाता है । भगत सिंह को महज़ 23 साल की उम्र में ही फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था । इसके अलावा सुखदेव की उम्र फांसी के वक़्त 23 साल और राजगुरु की उम्र महज़ 22 साल की थी।

देश में 5जी की शुरुआत के बाद पीएम ने 6जी विजन डॉक्युमेंट की घोषणा की और 6जी आरएंडडी टेस्ट बेड लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि 6जी आरएंडडी टेस्ट बेड देश में नई तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद करेगा।

मोदी सरनेम वाले राहुल गांधी के बयान पर सूरत कोर्ट आज सुनाएगी फैसला

अमेरिका: डेनवर के स्कूल में गोलीबारी, 2 घायल

एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर विपक्ष के नेताओं की आज बैठक

शिवसेना में टूट के लिए राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को ठहराया जिम्मेदार

2024 की तैयारी शुरू, आज भुवनेश्वर में मिलेंगे ममता बनर्जी और नवीन पटनायक

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का कनाडा दौरा जल्द

संसद सत्र: विपक्षी सांसदों की 9:30 बजे मीटिंग, सरकार को घेरने की रणनीति पर होगी चर्चा

बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, पीएम मोदी ने दिए निपटने के टिप्सदेश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में प्रधान मंत्री कार्यालय के अधिकारी, गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और अन्य सीनियर अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रधानमंत्री ने कोविड की स्थिति से निपटने के तरीके सुझाए और सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने सतर्कता बरतने की सलाह भी दी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने सभी गंभीर सांस की बीमारी (SARI) मामलों की लैब सर्विलांस और टेस्ट बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में एक नागरिक अलंकरण समारोह में वर्ष 2023 के लिए पद्म पुरस्कार प्रदान कर रही हैं। ऐलान किए गए 106 पद्म पुरस्कारों में से 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री हैं। पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा, प्रसिद्ध वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को पद्म विभूषण सम्मान प्रदान किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला, गायिका सुमन कल्याणपुर को पद्म भूषण प्रदान किया। पद्म पुरस्कार अलंकरण समारोह का पहला चरण संपन्न हुआ।

दिल्ली पुलिस ने ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर लगाए गए अतिरिक्त बैरिकेड हटा दिए हैं। इन्हें हटाकर भारत ने खामोशी से कूटनीतिक संदेश दिया कि उसकी नाराजगी को हल्के में लें। सूत्रों ने बताया कि ट्रैफिक की समस्या की वजह से यह कदम उठाया गया है। इधर दिल्ली में बैरिकेड हटाए गए, उधर ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ा दी गई। दरअसल, बुधवार को वहां अलगाववादियों का प्रदर्शन हुआ।

अमृतपाल की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस ने वह बाइक बरामद कर ली है जिससे वह फरार हुआ था। पुलिस को बाइक जालंधर से 45 किमी दूर लावारिस हालत में मिली। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया। जालंधर के नंगल अंबिया गुरुद्वारे के ग्रंथी रंजीत सिंह को बंधक बनाने के आरोप में अमृतपाल के खिलाफ शाहकोट थाने में मामला दर्ज किया गया है।

पंजाब पुलिस ने बुधवार को अमृतपाल के घर पहुंचकर उसकी पत्नी और मां से पूछताछ की। पुलिस को ऐसे सुराग मिले हैं कि अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर भी इस तरह की घटनाओं में शामिल रही हैं। पुलिस ने किरणदीप कौर से सवाल-जवाब किए। किरणदीप कौर एनआरआई हैं। सूत्रों के मुताबिक किरणदीप विदेश में रहकर फंड जुटाने का काम करती थीं।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बुधवार को लगातार नौवां बजट पेश किया। इस साल दिल्ली का बजटस्वच्छ, सुंदर और आधुनिक दिल्लीकी थीम को समर्पित किया गया है। सरकार ने 78,800 करोड़ का बजट पेश किया है, जिसमें से करीब 21,000 करोड़ रुपयेस्वच्छ, सुंदर और आधुनिक दिल्लीबनाने पर खर्च किए जाएंगे। इस बार भी शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक परिवहन पर सरकार का फोकस रहा है।

सुप्रीम कोर्ट गुजरात गैंगरेप मामले में दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर अर्जी की सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ बनाने को तैयार हो गया। गैंगरेप के इस मामले के सभी 11 दोषियों को पिछले साल 15 अगस्त को माफी नीति के तहत गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया था। पीड़िता ने याचिका में इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए इसे गलत बताया।सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई बिलकिस बानो की याचिका पर सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ गठित करने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें इस मामले में 11 दोषियों की सजा में छूट दी गई थी।मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की पीठ ने अपनी वकील शोभा गुप्ता के माध्यम से प्रतिनिधित्व करने वाली बानो को आश्वासन दिया कि नई पीठ का गठन किया जाएगा।गुप्ता ने मामले की तत्काल सुनवाई का उल्लेख किया और कहा कि एक नई बेंच गठित करने की आवश्यकता है।सीजेआई ने कहा, “मैं एक बेंच का गठन करूंगा। आज शाम इसे देखूंगा।इससे पहले 24 जनवरी को गुजरात सरकार द्वारा सामूहिक दुष्कर्म मामले में 11 दोषियों की सजा में छूट को चुनौती देने वाली बानो की याचिका पर शीर्ष अदालत में सुनवाई नहीं हो सकी थी क्योंकि संबंधित न्यायाधीश निष्क्रिय इच्छामृत्यु से संबंधित मामले की सुनवाई कर रहे थे. पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ का हिस्सा।दोषियों की रिहाई को चुनौती देने वाली याचिका के अलावा, गैंगरेप पीड़िता ने एक अलग याचिका भी दायर की थी जिसमें एक दोषी की याचिका पर शीर्ष अदालत के 13 मई, 2022 के आदेश की समीक्षा की मांग की गई थी।2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो के परिवार के सात सदस्य भी मारे गए थे।शीर्ष अदालत ने अपने 13 मई, 2022 के आदेश में राज्य सरकार से 9 जुलाई, 1992 की अपनी नीति के संदर्भ में समय से पहले रिहाई के लिए एक दोषी की याचिका पर विचार करने के लिए कहा था, जो दोषसिद्धि की तारीख पर लागू थी और एक अवधि के भीतर इसका फैसला करें। दो महीने का।सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने छूट दी थी और पिछले साल 15 अगस्त को रिहा कर दिया था।हालांकि 13 मई, 2022 के आदेश के खिलाफ बानो की समीक्षा याचिका को शीर्ष अदालत ने पिछले साल दिसंबर में खारिज कर दिया था।

दिल्ली में बुधवार शाम 4:42 बजे 2.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र पश्चिमी दिल्ली में था। मंगलवार रात 6.8 तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे।

दिल्ली में 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' के पोस्टर लगाए गए। पुलिस ने 138 मुकदमे दर्ज कर छह लोगों को अरेस्ट किया। इन्हें थाने से ही जमानत दे दी गई।

इस सरकारी कंपनी में अपनी 3.5 % हिस्सेदारी बेचेगी सरकार. केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। इसके तहत सरकार 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। सरकार ओएफस के जरिए 2,450 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर हिस्सेजारी बेचेगी। और इसके जकरिए उसे करीब 2,800 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।

पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है। इस एक साल में प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री धामी की अगुवाई में तमाम चुनावी वायदों को पूर्ण करने में कामयाब रही तो तात्कालिक परिस्थितियों के लिहाज से भी सरकार महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पीछे नहीं हटी। धर्मान्तरण पर रोक के लिए कानून समेत नकल विरोधी कानून, प्रदेश की महिलाओं को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण, अंत्योदय परिवारों को वर्ष में तीन सिलेंडर निःशुल्क भरवाने की सुविधा, समान नागरिक सहिंता हाल ही में ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण से राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत आरक्षण जैसे अहम निर्णयों ने दर्शाया है कि राज्य सरकार में जनहित सर्वोपरी है।

फरार चल रहे अमतृपाल सिंह के मोगा में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली है अमृतपाल मोगा जिले में छिपा हो सकता है। इस आसंका के बाद मोगा में सर्च अभियान चलाया गया जिसको लेकर जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है पुलिस चप्पे-चप्पे की तलाशी ले रही है। इस बीच अमृतपाल के घर पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस ने 5 गाड़ियों समेत वाकी टॉकी और बुलेट प्रूफ जैकेट जब्त किए है। अब तक अमृतपाल के कुल 154 साथी गिरफ्तार हो चुके हैं।

समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से सारस के सहारे सरकार पर सियासी निशाना साधा गया है। पार्टी चीफ और उत्तर प्रदेश (यूपी) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि अगर सरकार सारस छीन रही है तो उन लोगों से मोर भी छीन लेना चाहिए, जो उसे दाना खिला रहे थे। सपा मुखिया की यह टिप्पणी उस मामले पर आई, जिसमें यूपी के अमेठी के जामो क्षेत्र में आरिफ नाम के शख्स के साथ करीब एक साल से रह रहे सारस को वन विभाग की ओर से मंगलवार को रायबरेली के समस्तपुर पक्षी विहार भेज दिया गया था।

मेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक, हत्याकांड में कोस्ट पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। इतना ही नहीं हत्या से पहले उमेश पाल की हर मूवमेंट और लोकेशन पर आरोपियों की नजर थी। पुलिस ने बताया है कि उमेश पाल की रेकी की जिम्मेदारी असद ने उसके ही पड़ोसी को दी थी।

ऑस्ट्रेलिया ने चेन्नई में खेले गए तीसरे और निर्णायक मुकाबले में टीम इंडिया को 21 रन से हरा दिया। भारत के सामने जीत के लिए 270 रन का लक्ष्य था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के सामने एक बार फिर भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह से फेल रही और पूरी टीम केवल 248 रन बनाकर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एडम जम्पा ने 4 और एश्टन एगर ने 2 विकेट झटके।

दुनिया की बड़ी वित्तीय कॉरपोरेशंस मुश्किल में हैं. विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक जो विफल हो जाने वाले छोटे बैंकों को मुश्किल से निकालने के लिए सामने रहे हैं, वो ख़ुद भंवर में फंसते नज़र रहे हैं जबकि दुनिया में स्टॉक मार्केट की स्थिति भी बहुत अस्थिर है.आज के हालात ने बहुत से लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट जैसी स्थिति से दोबारा दो-चार होने वाले हैं.हालांकि अमेरिका और यूरोप में राजनेता और केंद्रीय बैंक यह विश्वास दिला रहे हैं कि उनकी वित्तीय व्यवस्था मज़बूत और स्थिर है. मगर हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर पूंजी निवेशकों में घबराहट साफ़ तौर पर देखी जा सकती है जिसकी वजह से दुनिया भर के स्टॉक मार्केट में, ख़ासकर बैंकिंग सेक्टर के शेयर में भारी उतार-चढ़ाव नज़र रहा है.स्विस बैंकिंग अपनी वित्तीय सुदृढ़ता के लिए मशहूर है. इसलिए क्रेडिट सुइस के ख़त्म होने और 'यूबीएस' के साथ उसके विलय ने यूरोपीय देश के अंदर और बाहर लोगों को हैरान किया है.ध्यान रहे कि इससे पहले दो अमेरिकी बैंकों सिलीकॉन वैली बैंक (एसवीबी) और कोर सिग्नेचर बैंक के विफल होने के बाद वैश्विक स्तर पर घबराहट और बढ़ी थी. ये दोनों अमेरिकी बैंक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पूंजी निवेश की विशेषज्ञता रखते हैं.हालांकि साल 2008 के बाद से अमेरिका में दोनों बैंकों का विफल होना बैंकिंग के क्षेत्र में बड़ी विफलता है. लेकिन ये दोनों किसी भी तरह क्रेडिट सुइस के आकार के पास भी नहीं थे जो कि दुनिया के 30 बड़े बैंकों में से एक है.हालांकि इन बैंकों के अलावा कोई और संस्था विफल नहीं हुई है, लेकिन केंद्रीय बैंकों में ख़तरे की घंटी बजने लगी है जिसके कारण वित्तीय लेन-देन के सामान्य काम को सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त मौद्रिक तरलता (लिक्विडिटी) उपलब्ध कराने के नए क़दमों की घोषणा की गई है.और ऐसा पिछले 23 वर्षों में केवल दो बार किया गया है. पहली बार साल 2008 के आर्थिक संकट के दौरान और फिर कोविड-19 की शुरुआत में.सका मक़सद लोगों का विश्वास बढ़ाना और इस बात को सुनिश्चित करना है कि बैंक अब भी उपभोक्ताओं को क़र्ज़ दें सकें और उन उपभोक्ताओं की अदायगी कर सकें जो अपनी रक़म बैंकों से निकालना चाहते हैं. क्रेडिट सुइस की समस्याएं बहुत पहले से चली रही हैं जिनमें वर्षों से जारी रिस्क मैनेजमेंट की ग़लतियों से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग जैसे स्कैंडल भी शामिल हैं जबकि पिछले साल होने वाले भारी नुक़सान ने इससे पहले के मुनाफ़े को बर्बाद कर दिया है.लेकिन पिछला सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि सुइस नेशनल बैंक की ओर से उपलब्ध कराए गए 50 बिलियन डॉलर की आकस्मिक सहायता के बावजूद बैंक ने ख़ुद को अचानक नीचे की तरफ़ जाते देखा और इसके क्लाइंट्स ने अपने फ़ंड्स को दूसरे बैंकों में ट्रांसफ़र करना शुरू कर दिया.जबकि इससे पहले विफल होने वाले दोनों अमेरिकी बैंकों की अपनी अलग ही समस्याएं थीं.यह अजीब बात थी कि वह परिसंपत्ति जो 'एसवीबी' के लिए बेहद सुरक्षित समझी जाती थी, उसी ने उसके लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर दीं.वर्षों से चली रही सूद की कम दर का लाभ उठाते हुए संस्था ने बड़े पैमाने पर अमेरिकी ट्रेज़री बॉन्ड्स ख़रीदे.फ़ेडरल रिज़र्व (फ़ेड, अमेरिकी केंद्रीय बैंक) की ओर से हाल के महीनों में मुद्रा की दर में अचानक वृद्धि ने बॉण्ड्स के मूल्य को कम कर दिया.इसके कारण हुआ यह कि अपने क्लाइंट्स के पैसों को वापस करने का भरोसा दिलाने के लिए उसे लिक्विडिटी लेने पर मज़बूर होना पड़ा, विशेषकर टेक्नोलॉजी कंपनियां जो 2021 के 'बुलबुले' के बाद इस क्षेत्र में आने वाले संकट से प्रभावित हुईं और उपभोक्ताओं की अदायगी के लिए उसे अपने बॉण्ड्स का एक बड़ा हिस्सा घाटे में और तय तारीख़ से पहले ही बेचना पड़ा.जहां तक सिग्नेचर बैंक का सवाल है, तो वह क्रिप्टो करेंसियों के मूल्य में हाल की गिरावट की वजह से अधिक प्रभावित हुआ.नों अमेरिकी बैंकों ने पाया कि उनकी बैलेंस शीट इतनी मज़बूत नहीं रही कि वह अपने उपभोक्ताओं के द्वारा जमा किए जाने वाले पैसों के भुगतान को बर्दाश्त कर सकें.लेकिन एक सामान्य बात भी है जो कि क्रेडिट सुइस समेत तीनों संस्थाओं को प्रभावित करती है और यह आमतौर पर बैंकिंग सेक्टर में सूद की दर में तेज़ी के साथ होने वाला इज़ाफ़ा है.निया भर के केंद्रीय बैंकों ने लगातार महंगाई को रोकने की कोशिश में करेंसी की क़ीमत में इज़ाफ़ा किया है जो कई देशों में दोहरे अंकों में अपनी उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है.सालों से सूद की कम दर के बाद यह वृद्धि बड़े झटके के तौर पर सामने आई है.वो बैंक जिनके पास सरकारी बॉण्ड्स हैं, उनकी क़ीमतें सूद की दर में वृद्धि की वजह से गिर गई हैं और इस तरह उन्हें अचानक पता चला कि उनकी परिसंपत्तियों की क़ीमत कम हो गई है. विश्लेषक इस बात पर सहमत हैं कि जिस समस्या ने 2008 में पूरे बैंकिंग सिस्टम को प्रभावित किया था वह आज नहीं है. उस समय दुनिया भर के बैंकों को अचानक पता चला कि वह अमेरिकी रियल एस्टेट मार्केट में नाकाम पूंजी निवेश का शिकार हो गए हैं.इसके कारण सरकार को बड़े बेल आउट (संकटकालीन सहायता) करने पड़े, वित्तीय संकट पैदा हुआ और वैश्विक आर्थिक बदहाली सामने आई.उसके बाद से बैंकों को अधिक लिक्विडिटी रखने और इस तरह के ख़तरे को कम करने पर मजबूर करने के लिए नियम लागू किए गए हैं.ज़्यादातर विशेषज्ञों का विचार है कि अभी की समस्याओं का सीमित प्रभाव पड़ेगा.दूसरी तरफ़ यूरोपीय यूनियन में एक लाख यूरो की रक़म पर डिपॉज़िट प्रोटेक्शन है जबकि ब्रिटेन में यह 85 हज़ार पाउंड तक की रक़म पर मिलती है.बहुत से विश्लेषकों का विचार है कि वर्तमान संकट के दूसरे घाटे तो हो सकते हैं, लेकिन अधिक नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा.ख़ासतौर पर तेल और गैस की क़ीमतों में कमी का ज़िक्र किया जो पिछले कई हफ़्तों के हंगामे के दौरान देखी गई है जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ कुछ कम हुआ है.

पिछले 24 घंटों के दौरान, तटीय आंध्र प्रदेश और कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं।हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ।उत्तर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, झारखंड, आंतरिक ओडिशा, बिहार, पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।जम्मू कश्मीर, पूर्वोत्तर राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात तटीय आंध्र प्रदेश और आंतरिक तमिलनाडु में हल्की बारिश हुई।पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री और पश्चिमी हिमालय पर लगभग 5 से 7 डिग्री कम रहा।अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पूर्वी विदर्भ और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात संभव है। जम्मू कश्मीर, लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश और हिमपात हो सकता है।पोस्टल आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में एक या दो मध्यम बारिश हो सकती है।24 मार्च को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मध्यम हवाओं के साथ छिटपुट बारिश और छिटपुट ओलावृष्टि संभव है।



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